विश्व नवकार महामंत्र दिवस : बेंगलूरु के फ्रीडम पार्क में उमड़ा जन सैलाब

World Navkar Mahamantra Day

World Navkar Mahamantra Day

पीएम मोदी ने विश्व नवकार महामंत्र दिवस पर दिया दिल्ली से विशेष संदेश, डाक टिकट का भी हुआ विमोचन

लोगों के उत्साह ने उत्सव सा बनाया माहौल, पूज्य गुरुभगवंतों, संतों ने की जीतो की अनुमोदना

बेंगलूरु। World Navkar Mahamantra Day: जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जीतो) द्वारा आयोजित विश्व नवकार महामंत्र दिवस का आयोजन बुधवार, 9 अप्रैल को वैश्विक स्तर पर अत्यंत भव्यता और श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुआ। यह आयोजन विश्व के 108 देशों और भारत के 6000 से अधिक स्थलों पर एक साथ आयोजित किया गया, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं ने नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप कर विश्वशांति, करुणा और एकता का संदेश दिया।
बेंगलूरु में मुख्य कार्यक्रम गांधीनगर स्थित फ्रीडम पार्क में आयोजित हुआ। प्रातः 7 बजे से ही श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। इस कार्यक्रम का प्रारंभ गुरु भगवंतों के पावन सान्निध्य में हुआ।

12 अन्य पंजीकृत स्थानों एवं 30 अन्य स्थलों पर भी जाप कार्यक्रम..

महानगर के 12 पंजीकृत स्थानों एवं 30 अन्य स्थलों क्रमशः महावीर धर्मशाला वीवी पुरम, गणेश बाग, मेवाड़ भवन यशवंतपुर, श्री संभवनाथ जैन मंदिर, श्री धर्मनाथ जैन मंदिर जयनगर, श्री वर्धमान स्थानकवासी संघ हनुमंतनगर, तेरापंथ सभा भवन राजराजेश्वरीनगर, खंडेलवाल दिगंबर जैन मंदिर विल्सन गार्डन, मेवाड़ पैलेस राजाजीनगर, श्री ज्ञनोदय दिगंबर जैन मंदिर व्हाइटफील्ड, श्री हीराबाग स्थानक कोल्स पार्क, और श्री विमलनाथ जैन मंदिर बसवनगुडी आदि स्थानों पर भी प्रातः 7:30 से 9:45 बजे तक नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ किया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष उपस्थिति..

उल्लेखनीय है कि इस आयोजन की शोभा नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति ने बढ़ाई। उन्होंने इस आयोजन को “विश्वशांति और आध्यात्मिक एकता का प्रेरक प्रयास” बताते हुए सभी देशवासियों को इससे जुड़ने का आह्वान किया। इसका सीधा प्रसारण विश्व के सभी 6000 केन्द्रों पर किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व नवकार महामंत्र दिवस पर विशेष संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नवकार महामंत्र केवल एक जप नहीं, बल्कि सम्यक् ज्ञान, सम्यक् दर्शन और सम्यक् चारित्र के साथ मोक्ष मार्ग की ओर जाने का एक दिव्य मार्ग है। लोकतंत्र के मंदिर, संसद भवन में भी जैन धर्म की आध्यात्मिक आभा दिखाई देती है, जहाँ चारों ओर जैन प्रतीक चिन्ह, तीर्थंकरों की प्रतिमाएँ और समेत शिखर तीर्थ के दर्शन होते हैं। नवकार महामंत्र भीतर के प्रकाश को जागृत करने वाला मंत्र है, जो व्यक्ति को आत्मचिंतन और आत्मसुधार की ओर प्रेरित करता है। जैन प्रतीक लोकतंत्र में मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं। सरकार वेद-पुराणों और आगमों की परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए "सबका साथ, सबका विकास" के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। भारत की भौतिक समृद्धि की रीढ़ उसका आध्यात्मिक और धार्मिक आधार है, जिसे संजोकर रखना हमारा कर्तव्य है।

विशेष डाक टिकट का विमोचन..

इस आयोजन को स्मरणीय और ऐतिहासिक बनाने के लिए नवकार दिवस का एक विशेष डाक टिकट का विमोचन चीफ पोस्ट मास्टर जनरल ऑफ़ कर्नाटका एस राजेंद्र कुमार (आईपोएस), दक्षिण पश्चिम रेलवे सलाहकार समिति सदस्य महेन्द्र सिंघी, संस्कार स्कूल हुबली के अध्यक्ष महावीर कुंदुर, डीआरयूसीसी सदस्य अश्विन सेमलानी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया।

चतुर्विध धर्मसंघ का भव्य स्वागत और सहभागिता..

फ्रीडम पार्क में चतुर्विध धर्मसंघ के साथ-साथ शहरभर के सभी जैन संप्रदायों की उपस्थिति ने आयोजन को एक अनुपम स्वरूप दिया। सभी संप्रदायों के प्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
आयोजन के प्रमुख संयोजक और पदाधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। आयोजन की सफलता में जीतो के सभी प्रबंध समिति, लेडीज़ विंग, यूथ विंग के पदाधिकारियों एवं समाज के विभिन्न संघ-संस्थाओं का विशेष योगदान रहा। बेंगलूरु नॉर्थ चेयरमैन विमल कटारिया, साउथ चेयरमैन रणजीत सोलंकी ने सभी का स्वागत किया एवं जीतो के विभिन्न विभागों और नवकार महामंत्र दिवस की जानकारी दी। महामंत्री विजय सिंघवी एवं नितिन लूनिया ने सभी का आभार व्यक्त किया। कन्वीनर महेंद्र रांका, दिनेश खींवसरा ओर को-कन्वीनर प्रवीण चौहान, महावीर दांतेवाडिया के समर्पण से आयोजन और अधिक सशक्त बना। इस आयोजन का सुचारू रूप से सफल संचालन मीठालाल पावेचा ने किया। गुरु भगवंतों के मुखारविन्द से मंगलपाठ द्वारा समापन हुआ।

जीतो की भारत सरकार से अपील..

इस अवसर पर जीतो द्वारा भारत सरकार से 9 अप्रैल को ‘नवकार दिवस’ के रूप में आधिकारिक मान्यता देने की अपील की गई, जिससे यह दिन सदैव आध्यात्मिक ऊर्जा, शांति और एकता का प्रतीक बना रहे।
इस भव्य आयोजन में माइक्रो प्रिंट और पैक मुख्य प्रायोजक रहे, सह प्रायोजक वन सोर्स एवं एम के सिल्क एंड साड़ी रहे, जिसे जीतो की ओर से सम्मानित किया गया। कुल मिलाकर "नमो अरिहन्ताणं...."
नवकार महामंत्र का जाप आज "एक मंच, एक मंत्र, एक भावना, एक श्रद्धा" के साथ समग्र विश्व में गूंजा और इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठ पर दर्ज हो गया।